अल सुब्हाना फर्म पर कटान के दौरान अतिरिक्त शुल्क वसूलने व युवा जानवर काटने का आरोप, मंडलायुक्त से की कार्रवाई की मांग
---- 10 से 12 दिन से शहर में नहीं पहुंच रही लोकल सप्लाई
---- नगर निगम पर लगाया मीट कारोबारियों को गुमराह करने का आरोप
---- छलेसर स्लॉटरहाउस पर नहीं लग रही युवा जानवरों के कटान पर रोक
---- पुलिस अवैध जानवरों की गाड़ी से बसूलती है पैसा
एत्मादपुर/आगरा। एत्मादपुर के गांव छलेसर में स्थित स्लॉटरहाउस (कट्टीखाने) आगरा के मीट कारोबारियों ने हंगामा खड़ा कर दिया। उनका आरोप है कि नगर निगम द्वारा कार्यदाई फर्म के रूप में कार्यरत अल सुब्हाना ट्रेड्स नामक कंपनी पशु कटान के दौरान मनमाफिक व्यापारियों से रकम वसूलने का काम कर रही है। रकम देने के बावजूद भी 10- 12 दिनों लोकल सप्लाई फर्म के द्वारा बाधित कर दी गई है। स्लॉटरहाउस पर हंगामा कर रहे कारोबारियों ने आरोप है कि स्लॉटरहाउस के अंदर युवा पशु धडल्ले से काटे जा रहे हैं। अवैध पशुओं के वाहनों से पुलिस भी अंधाधुंध रकम वसूलती है। स्लॉटरहाउस में सरकार की मंशा के अनुरूप कार्य नहीं हो रहे हैं।
शनिवार की सुबह करीब 11 बजे 10-12 दिन से लोकल सप्लाई न पहुंचने पर आगरा के मंटोला, शहीद नगर, करबला, वजीरपुरा लोहामंडी, ताजगंज इत्यादि स्थानों से आए गुस्साए करीब 250 मीट कारोबारियों ने छलेसर स्लॉटरहाउस पर हंगामा खड़ा कर दिया। कारोबारियों के मुताबिक स्लॉटरहाउस में सन 2000 से एलाना नामक प्राइवेट कंपनी नगर निगम से मिलकर कार्य कर रही है। नगर निगम द्वारा इस कंपनी को 64 लाख रुपए का ठेका दिया गया। लेकिन एलाना कंपनी आगरा के मीट कारोबारियों से प्रतिमाह 15 लाख रुपए की रकम वसूलती थी। सन 2017 में सूबे में भाजपा की योगी सरकार आने के बाद शहर के कटान वाले इलाकों में मीट कारोबारियों के धंधे चौपट हो गए थे। लेकिन नगर निगम द्वारा तमाम जगहों पर छापेमारी कर शहर में हो रहे अवैध कटान को रुकने का काम किया। ज़ब से शहर के इन क्षेत्रों में करीब 50 से 60 मीट कटान के लाइसेंस धारक हैं।
अल सुब्हाना ट्रेडर्स कंपनी (अलीगढ) के विरोध में मीट कारोबारियों ने मंडलायुक्त को दिए प्रार्थना पत्र में कहा है कि आगरा नगर निगम द्वारा निर्धारित प्रति जानवर 485 रूपये है। उसके बावजूद भी कंपनी शुल्क बढ़ाकर मांग रही है। मीट कारोबारी वर्तमान में 600 प्रति जानवर दे रहे हैं। इसके बावजूद भी कंपनी द्वारा मनमाफिक तरीके से कटान किया जा रहा है। जिसका भी कोई समय सारणी निर्धारित नहीं है। 10-12 दिन से मीट कारोबारियों की लोकल सप्लाई न पहुंचने पर वह आक्रोशित हो उठे। नारेबाजी कर कंपनी और निगम के विरोध प्रदर्शन करने लगे। मीट कारोबारियों के हंगामे की सूचना पर स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने मीट कारोबारियों को समझाने का प्रयास किया। लेकिन उन्होंने एक न मानी और कंपनी के विरोध प्रदर्शन में धरने पर बैठ गए।
बाद में उन्होंने आगरा मंडलायुक्त को ज्ञापन देकर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। तुम ही नगर निगम के कर्मचारियों ने व्यापारियों पर मारपीट का आरोप लगाया है।
आगरा स्लॉटरहाउस व्यापारी वेलफेयर एसोसिएशन के महामंत्री इरशाद ने बताया कि नगर निगम द्वारा अलीगढ़ की अल सुब्हाना नामक कंपनी नाजिम अंसारी और तारिक अनवर की देखरेख में संचालित हो रही है। जिसमें सरकार की मंशा के विपरीत कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि स्लॉटरहाउस में बड़े पैमाने पर युवा जानवरों का कटान किया जा रहा है। जिसमें निगम और पशु अधिकारी अनदेखी कर रहे हैं। अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
आगरा के पशु कल्याण अधिकारी डॉ अजय कुमार सिंह ने बताया कि निगम द्वारा संचालित स्लॉटरहाउस में किसी प्रकार अवैध कटान संचालित नहीं हो रहा है। इसे रोकने के लिए अन्य टीमें लगी हुईं हैं। व्यापारियों द्वारा गलत आरोप लगाए गए हैं।
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